- अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर साधा निशाना
- अखिलेश बोले- लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई BJP
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधते हुए जातीय जनगणना की मांग की है. अखिलेश यादव ने बुधवार को सैफई में कहा कि विकास प्रक्रिया को गति देने के लिए सामाजिक न्याय का लाभ मिले इसके लिए जातीय जनगणना होनी चाहिए. समाज के सभी वर्ग के लोगों की उनकी संख्या के अनुकूल तब हिस्सेदारी तय हो सकेगी. इसमें हिंदू-मुस्लिम की कोई समस्या नहीं होगी.
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सामाजिक सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध है. उनका कहना है कि सौहार्द के वातावरण में ही विकास हो सकता है. बीजेपी पर निशाना साधते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के एजेंडा में जनता के हितों की पूरी अनदेखी की गई है. राज्य में बीजेपी सरकार के तीन साल बीत चुके हैं, एक भी जनकल्याण की योजना जमीन पर नहीं उतर पाई है.
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सपा अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी सरकार के कामों को ही दोहराकर या नए-नए नाम बदलकर ही बीजेपी सरकार का एक-एक दिन कट रहा है. समाजवादी पार्टी की सरकार के समय में समाज के कमजोर वर्गों के हित में कई योजनाएं लागू की गईं. किसान और गरीब को प्राथमिकता में रखकर उनको लाभ पहुंचाया गया. अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि किसान आज कर्ज और महंगाई से बदहाल है, तो नौजवान बेरोजगारी की मार से संकटग्रस्त है. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार अनियंत्रित है.
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अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी का आचरण लोकतंत्र विरोधी है. जनता की निगाह में बदले की भावना से किए गए कामों का फल अच्छा नहीं होता है. जनता के मन में भारी आक्रोश है. राजनीतिक मूल्यों एवं नैतिकता की परवाह किए बिना राज्यों में विपक्षी दलों को डराना-धमकाना बीजेपी का काम है. भाजपा लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई है.
बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) की ओर से इससे पहले भी कहा गया था कि भाजपा लगातार समय-समय पर जातिवार जनगणना कराने की बात करती रही, लेकिन अब जब 2021 में जनगणना होने जा रही है तो बीजेपी इससे किनारा कर रही है.