-आने-वाले महीनों में फिर से टिड्डियों का फसलों पर आक्रमण हो सकता है, कृषि अधिकारियों को दिया प्रशिक्षण
उदयपुर . प्रदेश में आने-वाले महीनों में फिर से टिड्डियों का फसलों पर आक्रमण हो सकता है,इससे निपटने की अभी से पूर्व तैयारी रखने की जरुरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए कृषि अधिकारियों का जिलास्तरीय प्रशिक्षण शिविर यहां कृषि विस्तार कार्यालय गिर्वा में आयोजित किया गया। कृषि अधिकारियों को प्रशिक्षण देने आए केन्द्रीय टिड्डी नियंत्रण सेंटर जालौर के सहायक निदेशक डॉ. बी.आर मीणा ने कहा कि मई-जून और जुलाई माह में टिड्डी दल पाकिस्तान के रास्तें फिर से राज्य में प्रवेश कर सकता है,ऐसे में इससे निपटने की पूर्व तैयारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसानों को जागरूक करने के साथ ही टे्रक्टर माउंटेट स्प्रे मशीनों,दवाईयों व अन्य उपकरणों की उपलब्धता आदि की पहले से तैयारी कर लें ताकि बाद में किसी तरह की परेशानी नहीं आए। मीणा ने कहा कि कृषि अधिकारी राजस्व अधिकारियों के साथ मिलकर टिड्डी के संभावित हमलें के मध्यनजर कार्य योजना तैयार करें। अचानक आने वाली इस आपदा से कैसे निपटा जाए, इसकी सारी तैयारी करके रखे। उन्होंने कहा कि कृषि अधिकारी व कृषि पर्यवेक्षक लगातार फील्ड़ में निगरानी कर सचेत व सर्तक रहे। कृषि उपनिदेशक केएन सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में जिले के सभी कृषि उपनिदेशक,सहायक निदेशक, कृषि अधिकारी,एवं कृषि अनुसंधान अधिकारियों ने भाग लिया।
यह दिया प्रशिक्षण
कृषि उपनिदेशक केएन सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में बताया गया कि टिड्डी कब अंडा देती है व कौनसी अवस्था में फसलों पर अटैक करती है। किस समय में इनका राज्य में प्रवेश होता है और जब करोड़ों की संख्या में उड़ती हुई फसलों को पलक झपकते ही चट कर जाती है। ऐसे में धरतीपुत्रों की फसलें बर्बाद हो जाती है। कृषि अधिकारियों को यह भी बताया गया कि टिड्डियां अभी पाकिस्तान में अंडे दे रही है और बारिश से पहले यह जैसलमेर और बाड़मेर होकर राज्य में प्रवेश करने की संभावना है। ऐसे ही प्रशिक्षण बाड़मेर,जैसलमेर,जालौर,सिरोही व पाली में आयोजित किए जा रहे है।