सुखाडिय़ा विवि में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नियुक्ति पर उठे सवाल
उदयपुर. मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में गेस्ट फैकल्टी में बैकडोर से एन्ट्री के बाद एक और मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय में कथित तौर पर अवधिपार प्रतीक्षा सूची से दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि विवि प्रशासन का कहना है कि बॉम के निर्णय से ही नियुक्ति की गई है।
विवि प्रशासन ने संगटक सामाजिक विज्ञान एवं मानवीकी महाविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी पद पर सुमित्रा शर्मा पुत्री रतनलाल को 6 मार्च के आदेश से नियुक्ति दी। इससे एक दिन पहले नारायणलाल पुत्र मोहनलाल व्यास को भी इसी कॉलेज में आदेश जारी कर नियुक्ति किया। उन्हें ग्रेड-पे नम्बर दो के लेवल प्रथम में परिवीक्षाधीन प्रशिक्षु के बतौर नियुक्ति दी। दो साल उनका परिवीक्षाकाल रहेगा। कुलपति और रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर से जारी नियुक्ति आदेश में उन्हें एक सप्ताह में ज्वॉइन करने को कहा गया, इसके विरुद्ध दोनों कार्मिकों ने उपस्थिति दे दी। सवाल यह है कि क्या किसी भर्ती के तहत चयनित अभ्यर्थियों को बेमियादी तौर पर प्रतीक्षा में रखकर नियुक्ति दी जा सकती है? विवि प्रशासन का कहना है कि बॉर्ड ऑफ मैनेजमेंट की दिसम्बर के आखिरी से पहले हुई बैठक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के लिए अनुमोदन हुआ था।
– पुरानी भर्ती की प्रतीक्षा सूची से कैसे लिए?
शर्मा का पिछली बार जून, 2018 में हुई भर्ती में वरीयता क्रमांक तीन था और व्यास का क्रमांक सात था, जिसका नियुक्ति-पत्र में जिक्र है, लेकिन इससे पहले कभी प्रतीक्षा सूची सार्वजनिक ही नहीं की गई। यह भी जांच का विषय है कि पुरानी भर्ती की प्रतीक्षा सूची की अवधि कितनी थी?
फैकल्टी चयन पर भी उठे थे सवाल
हाल ही में सुविवि के राजनीति विज्ञान विभाग में गेस्ट फैकल्टी के तहत शिक्षक की बैकडोर से एन्ट्री का मामला सामने आया था। स्ववित्त सलाहकार (एसएफएसबी) इम्प्लीमेंट बोर्ड की सहमति के बगैर चयन कर लिया गया था। वरीयता सूची से बाहर की आवेदक का चयन भी उस आधार पर किया कि वह आवेदन की तय मियाद बीतने के समय विदेश में थी।
– जांच होनी चाहिए
विश्वविद्यालय में इस तरह तरह की भर्ती पिछले डेढ़ साल से नहीं हुई है। फिर नियुक्तियां किस आधार पर कर रहे हैं। यह जांच का विषय है।
समर्थलाल सालवी, पूर्व अध्यक्ष, सहायक कर्मचारी संघ, सुविवि
बॉम का निर्णय
बॉम की बैठक के आधार पर नियुक्ति हुई है। प्रतीक्षा सूची की अवधि के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
हिम्मत सिंह बारहठ, रजिस्ट्रार, सुविवि