राज्यभर में साढ़े छह हजार से ज्यादा आवेदनों का सत्यापन नहीं, प्रतिभावान बालिकाओं को पुरस्कार राशि से होना पड़ सकता है वंचित
उदयपुर. राज्यभर की साढ़े छह हजार से ज्यादा प्रतिभावान बालिकाएं मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही की वजह से गार्गी पुरस्कार से वंचित हो सकती हैं। सीबीइओ ने इनकी ऑनलाइन सत्यापन की प्रक्रिया को पूरा नहीं किया है।
सत्यापन का समय बीतता जा रहा है और अब चिंता जताते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक, बीकानेर ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को ऑनलाइन आवेदनकों के सत्यापन की ताजा स्थिति से अवगत कराते हुए उन्हें तत्काल आवेदनों को सत्यापित करने के निर्देश दिए हैं। अगर तय मियाद तक भी प्रक्रिया पूरी नहीं की गई, तो प्रतिभावान बालिकाओं की फिक्र में तारीख को फिर आगे बढ़ाया जा सकता है। निदेशक ने चेताया है कि प्रतिदिन की मॉनिटरिंग रिपोर्ट में सत्यापन नहीं होने पर बालिकाओं के खाते में राशि का हस्तांतरण नहीं किया जाएगा, जिसके जिम्मेदार सीबीइओ होंगे।
गौरतलब है कि गार्गी पुरस्कार के अन्तर्गत 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाली बालिकाओं को माध्यमिक स्तर पर तीन हजार एवं उच्च माध्यमिक स्तर पर 5 हजार की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। बालिका शिक्षा फाउंडेशन की ओर से बालिका प्रोत्साहन के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है, जिसके आवेदन इस बार ऑनलाइन भरे जा रहे हैं। पुरस्कार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर की ओर से आयोजित कक्षा 10, 12, प्रवेशिका एवं वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक अथवा इससे अधिक अंक प्राप्त करने पर दिया जाता है।
– इस बार बंटेंगे 57 करोड़
राज्य के पंचायत समिति मुख्यालयों एवं जिला मुख्यालय पर होने वाले समारोह में इस बार 1,45,973 बालिकाओं को 56.79 करोड़ रुपए की राशि का वितरण किया जाएगा।