होली के उपलक्ष्य में प्रदेश भर में रहती है, हर्बल गुलाल क मांग
उदयपुर. कोटड़ा. कोटड़ा में राजीविका स्वंय सहायता समूह की सीएलएफ महिलाओं की ओर से गोगरुद केंद्र में बनाए गए हर्बल गुलाल को रविवार को प्रदर्शित कर शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि उदयपुर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमर चौधरी थे। विशिष्ट अतिथि जिला परियोजना प्रबंधक नरपत सिंह जेतावत थे। सीईओ ने गुलाल बनाने की विधि की जानकारी लेकर स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं बड़े स्तर पर उत्पादन करने को प्रेरित किया। हर्बल गुलाल बनाने के लिए फू ल एवं पत्तियों का उपयोग किया जाता हैं। डीपीएम की ओर से कोटड़ा तहसील मुख्यालय पर आयोजित मिलन मेला कार्यक्रम में लगी राजीविका स्टॉल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में ब्लॉक परियोजना प्रबंधक मनोज कुमार मीणा क्लस्टर मैनेजर सीता देवी, एरिया कोर्डिनेटर रोहिताश मीणा, पीएएमआईएस महमूद खान, नानुरी देवी एवं स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं आदि थीं।
एेसे बनता है हर्बल गुलाल: हरे रंग के लिए रिजका, लाल रंग के लिए चकुंदर, गुलाबी के लिए गुलाब के फू ल, पीलें रंग के लिए पलाश के फू लों का मिश्रण तैयार कर आरारोट के आटे में मिलाया जाता है। इस तरह तैयार होता है सुगंधित हर्बल गुलाल, जो किसी भी प्रकार से स्किन के लिए हानीकारक नहीं होता है।