विश्व इंजीनियरिंग दिवस समारोह, ‘टिकाऊ विकास’ विषय पर मंथन
उदयपुर . दि इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया उदयपुर लोकल सेंटर की ओर से बुधवार को विश्व इंजीनियरिंग दिवस मनाया गया। मुख्य वक्ता जोधपुर विद्युत वितरण निगम के पूर्व प्रबंध निदेशक बीएल खमेसरा थे। उन्होंने पॉवर पॉइंट प्रस्तुति के साथ देश में ढांचागत विकास को टिकाऊ बनाए रखने पर जोर दिया। कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल विद्युत आदि अक्षय ऊर्जा स्त्रोतों को बढ़ावा देने पर पर्यावरण संरक्षण के साथ टिकाऊ ऊर्जा मिल पाएगी। जबकि कोयला, गैस, पेट्रोलियम आदि ईंधन के सीमित भण्डार है, इनसे होने वाले प्रदूषण में भी कमी होने से ही स्थाई विकास होगा।
वार्ताकार सुविवि बैकिंग और व्यवसाय अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पीके सिंह ने बताया कि टिकाऊ विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण, गरीबी निवारण, सही शिक्षा तथा समान आय वितरण आवश्यक है। इससे ही भारत में मानवीय और ढांचागत विकास स्थाई हो पाएगा। शुरुआत में संस्था अध्यक्ष येवन्ती कुमार बोलिया ने स्वागत उद्बोधन दिया। संस्था की 100 साल की गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। यूनिस्को के निर्णयनुसार निर्धारित आज के विषय के महत्व के बारे में बताया।
विद्यार्थी हुए पुरस्कृत
दिवस के विषय ‘टिकाऊ विकासÓ पर आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता में भाग लेने वाले चार इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। संस्थान सदस्य अभियन्ताओं और विद्यार्थियों ने भाग लिया। मानद सचिव सीपी जैन ने कार्यक्रम को रोचकता पूर्ण कुशल संचालन कर अंत में आभार जताया।